दामिनी देवांगन ने जीता मिस इंडिया यूनिवर्स 2025 का खिताब : किया छत्तीसगढ़ को गौरवान्वित
- gkdewangan18
- Jun 16
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• ग्रामीण परिवेश में भी रहकर अपनी प्रतिभा के बल पर दामिनी देवांगन की यह गौरवशाली उपलब्धि प्रेरणादायक है : विधायक इंद्र साव
• आगामी दिनों में आयोजित होने वाले समारोह में उनका किया जाएगा सम्मान : घनश्याम देवांगन
भिलाई ( देवांगन जन न्यूज)। छत्तीसगढ़ के भाटापारा के समीप एक छोटा सा कस्बा करही बाजार की रहने वाली दामिनी देवांगन ने अपनी कड़ी मेहनत, आत्मविश्वास और सपनों के बल पर मिस इंडिया यूनिवर्स 2025 (Miss India Universe 2025) का खिताब जीत लिया है। यह प्रतियोगिता गोवा के कैडोलिम बीच स्थित होटल सोनेस्टा इन (Sonesta Inn में आयोजित हुई थी।

इसके पूर्व जनवरी 2025 में ही मिस छत्तीसगढ़ का ताज जीतने वाली दामिनी ने अब राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ का परचम लहराया है। इस सफलता के बाद, भाटापारा विधायक इन्द्र साव ने उनके घर पहुंचकर उन्हें सम्मानित किया और हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया। विधायक साव ने कहा कि दामिनी की उपलब्धि से भाटापारा सहित सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ गौरवान्वित हुआ है। ग्रामीण परिवेश में भी रहकर अपनी प्रतिभा के बल पर उसकी यह गौरवशाली उपलब्धि प्रेरणादायक है।

दामिनी का परिवार मध्यम वर्गीय है। भाटापारा विधानसभा के अंतर्गत करही बाजार में पिता नारायण देवांगन एक छोटी सी दुकान चलाते हैं, जबकि मां एक गृहिणी हैं। उनके दो छोटे भाई हैं, जो कालेज में पढ़ रहे हैं। इस पृष्ठभूमि से निकलकर दामिनी का इस मुकाम तक पहुंचना, सिर्फ व्यक्तिगत जीत नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए प्रेरणा है।

दामिनी वर्तमान में MBA के अंतिम वर्ष की छात्रा हैं। साथ ही, वह एक फार्मासिस्ट और प्रोफेशनल मेकअप आर्टिस्ट भी है । मॉडलिंग के लिए उन्होंने जनवरी 2025 से पेशेवर स्तर पर कदम रखा और तब से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।

इस प्रतियोगिता का आयोजन एएसएम फाउंडेशन मुंबई द्वारा किया गया था। कार्यक्रम में निर्णायक मंडल के रूप में मिस्टर इंडिया शिखा शाह और अन्य नामी हस्तियों की उपस्थिति रही। देशभर से चुनी गई प्रतिभागियों के बीच दामिनी ने दृढ़ आत्मविश्वास, प्रभावशाली प्रस्तुति और अपनी प्रतिभा के दम पर निर्णायकों का दिल जीता।
दामिनी कहती है कि मैंने हमेशा दूसरों को आइडल माना, अब चाहती हूं कि लोग मुझे देखकर आगे बढ़ें और लोगों के लिए रोल मॉडल बनूं।
दामिनी ने बताया कि उसके लिए यह सफर आसान नहीं था, लेकिन दृढ़ इच्छाशक्ति और परिवार के सहयोग ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है। वे जनवरी 2025 से प्रतियोगिता की तैयारी में जुटी हुई थीं और अब उनकी मेहनत रंग लाई है। दामिनी का कहना है कि कोई भी कार्य असंभव नहीं बशर्ते सही दिशा में कड़ी मेहनत किया जाए।
छत्तीसगढ़ जैसे उभरते राज्य की बेटी द्वारा हासिल यह उपलब्धि प्रदेश के युवाओं, खासकर लड़कियों के लिए प्रेरणा बन गई है। दामिनी की उपलब्धि यह साबित करती है कि समर्पण, परिश्रम और आत्मविश्वास के साथ किसी भी सपने को साकार किया जा सकता है, चाहे आप शहर या ग्रामीण किसी भी पृष्ठभूमि से क्यों न आते हों।
दामिनी की उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए देवांगन जन कल्याण समिति भिलाई के अध्यक्ष घनश्याम कुमार देवांगन ने बधाई दी है। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में आयोजित होने वाले समारोह में उनका सम्मान किया जाएगा।



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